दोस्तों, आज कल जितने भी कैमरा आ रहे है उन सभी कई सेटिंग्स होती है। कुछ कैमरा में तो उनके खुद की एक अलग ही सेटिंग्स होती है जो किसी दूसरे कंपनी के कैमरा में नहीं होता है। लेकिन ये सेटिंग्स ISO, Aperture और Shutter Speed आपको सभी कैमरा में देखने को मिलेगा।
लेकिन सभी लोग इनका सही इस्तेमाल करना नहीं जानते है। कुछ लोगो को तो ये भी नहीं पता की ये ISO, Aperture और Shtter Speed होता क्या है ?
ISO कैमरा के सेंसर की सेंसिटिविटी को दर्शाता है। अगर ISO कम हुआ तो मतलब सेंसर कम सेंसिटिव है और अगर ISO ज्यादा हुआ तो मतलब सेंसर ज्यादा सेंसिटिव है। सेंसर ज्यादा सेंसिटिव है तो मतलब की वो कैमरा लौ लाइट में अच्छा काम करेगा। मतलब ISO फोटो और वीडियो के ब्राइटनेस को भी कंट्रोल करता है।
अगर आप दिन ने शूट कर रहे है तब आपको ISO कम ही रखता चाहिए लेकिन अगर आप रात में या फिर किसी अँधेरे कर रहे है तो आपको अपने फोटो या वीडियो में ब्राइटनेस को बढ़ाने के लिए ISO को बढ़ाना पड़ सकता है।
लेकिन मैं आपको बता दूँ की ISO ज्यादा बढ़ाने से आपके फोटो या वीडियो में नॉइस भी बढ़ जाता है मतलब आपकी फोटो या वीडियो क्लीन नहीं बन पाती है। जैसा की आप निचे इमेज में देख सकते है।
कुल मिला के मैं ये कहूंगा की आप ISO को अपने फोटो की ब्राइटनेस के लिए तब तक बढ़ा सकते है जब तक की आपके फोटो में नॉइस न आ जाये। अगर नॉइस आता है तब आप ISO को कम करके Shutter Speed या Aperture भी बढ़ा सकते है इससे भी आपकी फोटो में ब्राइटनेस बढ़ जाती है।
Aperture लेंस ले अंदर होता है। ये एक परदे जैसा होता है। जैसा की आप निचे फोटो में देख सकते है। कम Aperture मतलब ज्यादा रौशनी और ज्यादा Aperture मतलब कम रौशनी। ये लेंस के मुताबिक होता है मतलब की Aperture का लेवल सभी लेंस में अलग अलग होता है।
और मैं आपको एक बात बता दूँ कि जितना कम Aperture होगा, लेंस उतना ही महंगा होता है।
इसका दो काम होते है। पहले ये की Aperture सेंसर को बाहर से आने वाली लाइट को नियमित रूप से भेजता है जिसे आप अपने मुताबिक सेट कर सकते है। और Aperture का दूसरा काम सब्जेक्ट के पीछे का बैकग्रॉउंड को शार्प या धुंधला करना होता है। जैसा की आप निचे फोटो में देख सकते है। कम Aperture मतलब बैकग्राउंड कम धुंधला या शार्प और ज्यादा Aperture मतलब बैकग्रॉउंड ज्यादा धुंधला।
Aperture होता है जोकि लेंस के अंदर होता है। जिसे आप सेटिंग की मदद से Aperture के लेवल को चेंज कर सकते है। जब आप Aperture के लेवल को बढ़ा देते है तो Aperture पूरा खुल जाता है जिससे सेंसर थोड़ा ढक जाता है और सेंसर को कम रौशनी मिलती है। और ऐसे में पिक्चर थोड़ा अँधेरा सा बनता है।
और जब आप Aperture के लेवल को कम कर देते है तो Aperture कम खुलता है। जिससे सेंसर कम ढकता है और सेंसर को ज्यादा रौशनी मिलने लगती है। और ऐसे में पिक्चर ज्यादा ही ब्राइट हो जाती है।
तो आज मैं आपको इन्ही के बारे में बताऊंगा की ये ISO, Aperture और Shutter Speed क्या होता है ?
एक बात मैं आपको बता दूँ की ISO, Aperture और Shutter Speed ये तीनो ही एक दूसरे के साथ एक दूसरे की तरह ही काम करते है। मतलब की ये, अगर आपको अपने फोटो की ब्राइटनेस को बढ़ाना चाहते है तो आप ISO को कम भी कर सकते है या Apterture को बढ़ा भी सकते है या फिर Shtter Speed को कम भी कर सकते है।
मतलब की ये तीनो ही एक जैसे काम करते है तो आपको इन्ही तीनो के कॉम्बिनेशन में अपने फोटोस और वीडियोस को कैप्चर करना होता है। चलिए अब हम एक एक करके समझते है की ISO, Aperture और Shuttrt Speed क्या होता है ?
What is ISO in Camera - Hindi
ISO कैमरा के सेंसर की सेंसिटिविटी को दर्शाता है। अगर ISO कम हुआ तो मतलब सेंसर कम सेंसिटिव है और अगर ISO ज्यादा हुआ तो मतलब सेंसर ज्यादा सेंसिटिव है। सेंसर ज्यादा सेंसिटिव है तो मतलब की वो कैमरा लौ लाइट में अच्छा काम करेगा। मतलब ISO फोटो और वीडियो के ब्राइटनेस को भी कंट्रोल करता है।
अगर आप दिन ने शूट कर रहे है तब आपको ISO कम ही रखता चाहिए लेकिन अगर आप रात में या फिर किसी अँधेरे कर रहे है तो आपको अपने फोटो या वीडियो में ब्राइटनेस को बढ़ाने के लिए ISO को बढ़ाना पड़ सकता है।
लेकिन मैं आपको बता दूँ की ISO ज्यादा बढ़ाने से आपके फोटो या वीडियो में नॉइस भी बढ़ जाता है मतलब आपकी फोटो या वीडियो क्लीन नहीं बन पाती है। जैसा की आप निचे इमेज में देख सकते है।
कुल मिला के मैं ये कहूंगा की आप ISO को अपने फोटो की ब्राइटनेस के लिए तब तक बढ़ा सकते है जब तक की आपके फोटो में नॉइस न आ जाये। अगर नॉइस आता है तब आप ISO को कम करके Shutter Speed या Aperture भी बढ़ा सकते है इससे भी आपकी फोटो में ब्राइटनेस बढ़ जाती है।
Shutter Speed और Aperture को बढ़ाने या घटाने से बाकि सेटिंग्स भी चेंज हो जाती है। लेकिन सिर्फ ब्राइटनेस के लिए ISO ही काम में लाया जाता है।
अब सवाल ये है कि आप ISO कैसे चेंज करेंगे ? निचे फोटो में आप देख सकते है की ISO कहा लिखा होता है जिसे आप SET बटन से चेंज कर सकते है।
ISO कैमरा के सेंसिटिविटी होती है जिसे हम सेटिंग्स की मदद से कण्ट्रोल कर सकते है। जब आप ISO लेवल को 100 या सबसे कम कर देते है तो सेंसर अपनी सेंसिविटी को भी कम कर देता है। जिससे की सेंसर की तरफ आने वाली रौशनी को ज्यादा देर तक नहीं रहती।
लेकिन जब आप ISO को बढ़ा देते है तब सेंसर भी अपनी सेंसिटिविटी को बढ़ा देता है और सेंसर पिक्चर में ग्रेन ऐड करने लगा है जिससे आप अँधेरे में भी सही तस्वीर ले पाते है। लेकिन ISO को बढ़ाने से सेंसर को मिलने वाली रौशनी सेंसर पर ज्यादा देर तक रहती है और अगर कैमरा ट्रिपॉड पे न हो तो पिक्चर थोड़ा हिल सा जाता है।
आप ऊपर फोटो में देख सकते है की ज्यादा ISO बढ़ाने से पिक्चर में ग्रेन यानि नॉइस बनने लगता है। इसलिए ISO को बढ़ाते समय कैमरा हमेशा ट्रीपोड पर स्थिर होना चाहिए ताकि पिक्चर न हिले।
अब सवाल ये है कि आप ISO कैसे चेंज करेंगे ? निचे फोटो में आप देख सकते है की ISO कहा लिखा होता है जिसे आप SET बटन से चेंज कर सकते है।
How ISO Works - Hindi
ISO कैमरा के सेंसिटिविटी होती है जिसे हम सेटिंग्स की मदद से कण्ट्रोल कर सकते है। जब आप ISO लेवल को 100 या सबसे कम कर देते है तो सेंसर अपनी सेंसिविटी को भी कम कर देता है। जिससे की सेंसर की तरफ आने वाली रौशनी को ज्यादा देर तक नहीं रहती।
लेकिन जब आप ISO को बढ़ा देते है तब सेंसर भी अपनी सेंसिटिविटी को बढ़ा देता है और सेंसर पिक्चर में ग्रेन ऐड करने लगा है जिससे आप अँधेरे में भी सही तस्वीर ले पाते है। लेकिन ISO को बढ़ाने से सेंसर को मिलने वाली रौशनी सेंसर पर ज्यादा देर तक रहती है और अगर कैमरा ट्रिपॉड पे न हो तो पिक्चर थोड़ा हिल सा जाता है।
आप ऊपर फोटो में देख सकते है की ज्यादा ISO बढ़ाने से पिक्चर में ग्रेन यानि नॉइस बनने लगता है। इसलिए ISO को बढ़ाते समय कैमरा हमेशा ट्रीपोड पर स्थिर होना चाहिए ताकि पिक्चर न हिले।
ये भी जानें
What is Aperture in Camera - Hindi
Aperture लेंस ले अंदर होता है। ये एक परदे जैसा होता है। जैसा की आप निचे फोटो में देख सकते है। कम Aperture मतलब ज्यादा रौशनी और ज्यादा Aperture मतलब कम रौशनी। ये लेंस के मुताबिक होता है मतलब की Aperture का लेवल सभी लेंस में अलग अलग होता है।
और मैं आपको एक बात बता दूँ कि जितना कम Aperture होगा, लेंस उतना ही महंगा होता है।
इसका दो काम होते है। पहले ये की Aperture सेंसर को बाहर से आने वाली लाइट को नियमित रूप से भेजता है जिसे आप अपने मुताबिक सेट कर सकते है। और Aperture का दूसरा काम सब्जेक्ट के पीछे का बैकग्रॉउंड को शार्प या धुंधला करना होता है। जैसा की आप निचे फोटो में देख सकते है। कम Aperture मतलब बैकग्राउंड कम धुंधला या शार्प और ज्यादा Aperture मतलब बैकग्रॉउंड ज्यादा धुंधला।
अगर आपको ISO को नहीं छेड़ना हो तो आप Aperture से भी पिक्चर की ब्राइटनेस को चेंज कर सकते है। लेकिन इससे बैकग्राउंड में भी थोड़ा फर्क आ सकता है।
Aperture कितने प्रकार के होते है ये आप निचे फोटो में देख सकते है।
Aperture कितने प्रकार के होते है ये आप निचे फोटो में देख सकते है।
How Aperture Works - Hindi
Aperture होता है जोकि लेंस के अंदर होता है। जिसे आप सेटिंग की मदद से Aperture के लेवल को चेंज कर सकते है। जब आप Aperture के लेवल को बढ़ा देते है तो Aperture पूरा खुल जाता है जिससे सेंसर थोड़ा ढक जाता है और सेंसर को कम रौशनी मिलती है। और ऐसे में पिक्चर थोड़ा अँधेरा सा बनता है।
और जब आप Aperture के लेवल को कम कर देते है तो Aperture कम खुलता है। जिससे सेंसर कम ढकता है और सेंसर को ज्यादा रौशनी मिलने लगती है। और ऐसे में पिक्चर ज्यादा ही ब्राइट हो जाती है।
ये भी जानें
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What is Shutter Speed in Camera- Hindi
Shutter एक हार्डवेयर हो है जैसा की आप निचे फोटो में देख सकते है। Shutter एक परदे का काम करता है जोकि सेंसर के ठीक सामने की तरफ होता है। ये Shutter सेंसर को पूरी तरह से ढक कर रखता है। आम तौर पर Shutter सिर्फ DSLR कैमरा में होता है। लेकिन मिर्रोरलेस कैमरा में ये Shutter इलेक्ट्रॉनिक यानि सॉफ्टवेयर बेस्ड हो जाता है।Shutter का काम फोटो लेते समय सब्जेक्ट की स्पीड कण्ट्रोल करना होता है। जैसे की अगर आप किसी तेज़ चलते गाड़ी की फोटो ले रहे हो तो Shutter Speed कम होने से गाड़ी की फोटो धुंधली बनेगी। और जब आप Shutter Speed बढ़ा देते है तो गाड़ी की फोटो शार्प और क्लियर बनेगी।
Shutter Speed को कम करने से सेंसर को ज्यादा रौशनी मिलने लगती है जिससे फोटो काफी ब्राइट बनता है। और Shutter Speed हो ज्यादा रखने से सेंसर को रौशनी कम मिलती है जिससे फोटो में थोड़ा अँधेरा पन आ जाता है।
जब आप इस Shutter की Speed को कम करते है तो तो ये Shutter ज्यादा देर के लिए ऊपर उठता है जिससे की सेंसर को ज्यादा रौशनी मिलती है। जिससे की फोटो ज्यादा ब्राइट हो जाती है। और जब आप Shutter की Speed को बढ़ाते है तो ये Shutter कम देर के लिए ऊपर उठता है जिससे की सेंसर को कम रौशनी मिलती है। जिससे की फोटो में अंधेरा पन आ जाता है।
Shutter Speed को कम या ज्यादा करने से कई तरह के अच्छे अच्छे इफेक्ट्स मिलते है। एक सही फोटोग्राफर ही सही Shutter Speed का फायदा उठा सकता है।
अगर Shutter Speed ज्यादा हो और आपका हाथ कील रहा हो तो भी पिक्चर कही अच्छी आती है। लेकिन अगर जब Shutter Speed कम हो तो हाथ स्थिर होने के बाद भी फोटो हिल जाता है। कम Shutter Speed पर कैमरा हमेशा ट्रीपोड पर ही लगा होना चाहिए ताकि पिक्चर न हिले।
Aperture से भी ब्राइटनेस को कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन इससे बैकग्राउंड ब्लर या शार्प भी होता है। तो ऐसे आपको हमेशा उतना ही Aperture खोलना चाहिए जितना आपको जरुरत हो।
Shutter Speed को कम या ज्यादा करने से ब्राइटनेस को कंट्रोल तो कर सकते है लेकिन इससे सब्जेक्ट हिल सकता है। कई जगह तो Shutter Speed को हमेशा एक ही लेवल पे रखा जाता है जिससे वीडियो नेचुरल बनती है फेक नहीं लगती।
मेरा तो यही कहना है की आपको इन तीनो ISO, Aperture और Shutter Speed को हमेशा एक कॉम्बिनेशन में ही सेट सकते चाहिए। जिससे बाकि सेटिंग्स ख़राब है हो पाए।
Shutter Speed को कम करने से सेंसर को ज्यादा रौशनी मिलने लगती है जिससे फोटो काफी ब्राइट बनता है। और Shutter Speed हो ज्यादा रखने से सेंसर को रौशनी कम मिलती है जिससे फोटो में थोड़ा अँधेरा पन आ जाता है।
How Shutter Works in Camera - Hindi
Shutter होता है जैसा की आप निचे फोटो में देख रहे है। ये सेंसर के ठीक सामने होता है। जब आप फोटो लेने के लिए बटन को प्रेस करने है तो ये Shutterऊपर की तरफ उठ जाता है और सेंसर फोटो कैप्चर कर लेता है फिर ये Shutter वापस निचे हो जाता है।जब आप इस Shutter की Speed को कम करते है तो तो ये Shutter ज्यादा देर के लिए ऊपर उठता है जिससे की सेंसर को ज्यादा रौशनी मिलती है। जिससे की फोटो ज्यादा ब्राइट हो जाती है। और जब आप Shutter की Speed को बढ़ाते है तो ये Shutter कम देर के लिए ऊपर उठता है जिससे की सेंसर को कम रौशनी मिलती है। जिससे की फोटो में अंधेरा पन आ जाता है।
Shutter Speed को कम या ज्यादा करने से कई तरह के अच्छे अच्छे इफेक्ट्स मिलते है। एक सही फोटोग्राफर ही सही Shutter Speed का फायदा उठा सकता है।
अगर Shutter Speed ज्यादा हो और आपका हाथ कील रहा हो तो भी पिक्चर कही अच्छी आती है। लेकिन अगर जब Shutter Speed कम हो तो हाथ स्थिर होने के बाद भी फोटो हिल जाता है। कम Shutter Speed पर कैमरा हमेशा ट्रीपोड पर ही लगा होना चाहिए ताकि पिक्चर न हिले।
Concluesion
कुल मिला के मैं ये ही कहूंगा की ISO से ब्राइटनेस कम या ज्यादा होती है लेकिन ISO ज्यादा बढ़ाने से फोटो में ग्रेन यानि नॉइस आ जाता है। तो ISO का इस्तेमाल कम से कम ही करना चाहिए।Aperture से भी ब्राइटनेस को कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन इससे बैकग्राउंड ब्लर या शार्प भी होता है। तो ऐसे आपको हमेशा उतना ही Aperture खोलना चाहिए जितना आपको जरुरत हो।
Shutter Speed को कम या ज्यादा करने से ब्राइटनेस को कंट्रोल तो कर सकते है लेकिन इससे सब्जेक्ट हिल सकता है। कई जगह तो Shutter Speed को हमेशा एक ही लेवल पे रखा जाता है जिससे वीडियो नेचुरल बनती है फेक नहीं लगती।
मेरा तो यही कहना है की आपको इन तीनो ISO, Aperture और Shutter Speed को हमेशा एक कॉम्बिनेशन में ही सेट सकते चाहिए। जिससे बाकि सेटिंग्स ख़राब है हो पाए।
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